
वीरभूमि झांसी नगर आगमन पर आचार्य सौरभ सागरजी महाराज ने धर्मसभा को किया संबोधित”

वीरभूमि झांसी नगर आगमन पर आचार्य सौरभ सागरजी महाराज ने धर्मसभा को किया संबोधित”
• ‘झांसे’ में फंसने-फंसाने के लिए ‘झांसी’ नहीं आया:- आचार्य सौरभ सागर
• सामाजिक क्षेत्र में सुई जैसे बनो कैंची नही:- संस्कार प्रणेता सौरभसागर
• अतीत की घटना वर्तमान का इतिहास है और वर्तमान के कृत्य भविष्य की प्रेरणा: आचार्य सौरभसागर जी
• झांसी की रानी के देश प्रेम की ज्वाला ने कई बुझे हुए दीपकों को जलाया: सौरभसागर महाराज
• संतों का आना समाज के पुण्य का कारण: सौरभसागर मुनिराज
झांसी: नगर में पधारे संस्कार प्रणेता आध्यात्मिक संत आचार्य श्री सौरभसागरजी मुनिराज ने गांधी रोड स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मंदिर में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं झांसे में फंसने-फंसाने के लिए झांसी नही आया हूं बल्कि जो दीपक बुझ गए हैं मैं उनमें संस्कारों की अलख जगाने के लिए झांसी आया हूं। साधु का काम तो नदी की तरह बहते रहना हैं,कभी कभी समाजरूपी घाट आ जाते हैं। संतों का आना समाज के पुण्य का कारण हुआ करता हैं।उन्होंने आगे कहा कि बचपन से ही झांसी की रानी के बारे में सुना था, एक अकेली वीरांगना की देश प्रेम की ज्वाला ने देश के लाखो करोड़ों बुझे हुए दीपकों को प्रज्वलित करने का काम किया था,अतीत की घटना वर्तमान का इतिहास है और वर्तमान के कृत्य भविष्य की प्रेरणा हैं,इसलिए सामाजिक क्षेत्र में व्यक्ति को कैंची बनकर नहीं सुई बनकर रहना चाहिए क्योंकि कैंची तोड़ने का काम करती हैं और सुई जोड़ने का काम करती हैं।
इस अवसर पर युवा समाजसेवी सौरभ जैन सर्वज्ञ ने बताया कि ४० वर्षों से जैन सन्यास के मार्ग पर चलने वाले आचार्य श्री सौरभसागरजी मुनिराज का वीरभूमि झांसी में प्रथम बार पदार्पण हुआ। आचार्यश्री प्रातः काल प्रतापपुरा स्थित अग्रसेन धाम से पदविहार करके कानपुर चुंगी,मंडी रोड,सागर गेट होकर गांधी रोड स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मंदिर पहुंचे।जगह जगह श्रद्धालुओं ने महाराज जी के पाद प्रक्षालन कर आरती उतारी। इस दौरान जैन समाज के संरक्षक अजित जैन,वरिष्ठ समाजसेवी अशोक नीम,पंचायत कार्याध्यक्ष युथुप जैन ‘पिंकी सर्राफ’,उपाध्यक्ष सुभाष जैन,ऑडिटर राजकुमार भण्डारी, सुनील जैनको, करगुंवा तीर्थ मंत्री संजय सिंघई, प्यावलजी मंत्री खुशाल जैन,मनोनीत सदस्य गौरव जैन नीम,सौरभ जैन सर्वज्ञ,अशोक लाला,पुलक जन चेतना मंच मुख्य शाखा अध्यक्ष दिनेश जैन डीके,अलंकार जैन,मनोज सिंघई,कमलेश जैन रोहित गारमेंट्स,मनोज अछरौनी,रिषभ पड़रा,संजय छतरपुर,नीलेश जैन,विपिन ओम बिजली,वीरेंद्र बुडपुरा,अंकित सर्राफ,सुयोग भण्डारी, दीपांक जैन,आलोक जैन बल्ले चाचा,राजीव रानू,अमित पिंटू,शुभम जैरी,यश जैन,रवि जैन,शुभम सिंघई,सोनू रानीपुर,कल्पना जैन,नेहा जैन,मनीषा सिंघई,दीप्ति जैन,साधना जैन,सिद्धि जैन,आकांक्षा जैन, विशाखा जैन आदि सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहें। धर्मसभा में मंगलाचरण शालू जैन एवम् सौरभ जैन सर्वज्ञ ने अर्घ समर्पित कराकर जिनवाणी स्तुति पढ़ी। जानकारी देते हुए गौरव जैन नीम ने बताया प्रतिदिन आचार्यश्री के मंगल प्रवचन गांधी रोड स्थित पंचायती बड़ा मंदिर में एवम् सांयकालीन गुरुभक्ति, आनन्द यात्रा,आरती एवम् प्रश्नमंच कटरा बाजार स्थित श्रमण संस्कृति भवन (संत निवास) में होगा।