
झांसी एक एनजीओ के सचिव द्वारा शादीशुदा होने के बाद भी युवती से किया दुष्कर्म

झांसी एक एनजीओ के सचिव द्वारा शादीशुदा होने के बाद भी युवती से किया दुष्कर्म
झांसी एक एनजीओ के सचिव द्वारा शादीशुदा होने के बाद भी एक युवती से शादी कर दुष्कर्म करने और बाद में एक बच्चा पैदा हो जाने के बाद उसे छोड़ देने का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर पीड़िता ने पुलिस अफसरों का दरवाजा खटखटाकर न्याय मांगा है। जिले के उल्दन थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली एक युवती ने आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसकी बहन तथा बहनोई प्रेम नगर थाना क्षेत्र में रहते हैं। वह अपनी बहन बहनोई के यहां आती जाती रहती थी। उसकी बहन बहनोई एक एनजीओ द्वारा संचालित कार्यक्रमों में सम्मिलित होते थे, जिस कारण वह भी आने जाने लगी। वहां उसकी मुलाकात एनजीओ के सचिव से हुई। कुछ समय निकलने के बाद एनजीओ के सचिव ने उसके समक्ष शादी का प्रस्ताव रखा। इसके बाद उसे बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम गढ़मऊ में बुलाया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद वह बराबर शादी का आश्वासन देता रहा। वर्ष 2018 में उसने उसके मायके जाकर शादी कर ली और इस विवाह का पंजीयन सब रजिस्ट्रार कार्यालय में करा दिया। 2021 में उसने पुत्र को जन्म दिया। इसके बाद एनजीओ के सचिव द्वारा उसे उसके मायके भेज दिया गया, लेकिन इसके बाद उसने कोई खबर नहीं ली। काफी समय निकल जाने के बाद जब वह एनजीओ के सचिव के घर पर गई तो पता चला कि वह पहले से शादीशुदा है तथा उसके 3 बच्चे भी हैं। युवती के अनुसार जब उसने धोखा देने की बात कही तो एनजीओ के सचिव तथा उसके परिवार के लोगों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की, जिससे उसका एक हाथ फैक्चर हो गया। प्रार्थना पत्र में उसने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से न्याय दिलाए जाने की गुहार की है।