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वीरांगना की नगरी पर सरकार का तीसरा हमला :अरविंद वशिष्ठ

कलाम कुरैशी मंडल ब्यूरो चीफ�झांसी

*वीरांगना की नगरी पर सरकार का तीसरा हमला :अरविंद वशिष्ठ*
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की दीपशिखा एवं नारी सशक्तिकरण को बल देने वाली व सम्मान को विश्व पटल पर स्थापित करने वाली झांसी की महारानी लक्ष्मी बाई के जन्मदिवस 19 नवंबर के ही दिन विश्व शौचालय दिवस घोषित किए जाने के विरोध में आज समाजवादी नेता अरविन्द वशिष्ठ ने भारत सरकार के इस कदम की घोर निंदा करते हुए कड़ा रोष प्रकट किया गया। सरकार के इस तुगलकी फरमान एवं आदेशों से जनता दुखी एवं रोष से भरी हुई है।
*अरविन्द वशिष्ठ ने कहा* कि वीरांगना की नगरी झांसी पर सरकार का यह तीसरा बड़ा हमला है पहले स्टेशन का नाम बदलने का प्रयास किया गया उसके उपरांत झांसी की जन्मतिथि के साथ छेड़खानी की गई और अब तो हद ही हो गई शक्ति दिवस मनाने की जगह शौचालय दिवस की घोषणा सरकार ने की है यह अत्यंत निंदनीय है ! वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई ने देश की आजादी के लिए अपने प्राण निछावर कर दिए उनके शौर्य की चर्चा मात्र से ब्रिटिश हुकूमत के पसीने छूट गए थे, उन्होंने विश्व में हिंदुस्तान की गरिमा को अपना बलिदान देकर भी कायम रखा आज सरकार को रानी के उस बलिदान का जरा भी ध्यान ओर मान नही है।इसलिए अगर सरकार ने अपने इस तानाशाही रवैये को बदलते हुए रानी के सम्मान की कद्र नहीं की और रानी के जन्मदिन के दिन विश्व शौचालय दिवस को नही हटाया तो झाँसी की जनता बड़ा आंदोलन करने के लिए भी तैयार है।
*व्यापारी व प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य की लड़ाई लड़ने वाले एवं किसान नेता जितेन्द्र भदौरिया ने कहा कि* झाँसी की रानी हम बुंदेलखंड वासियों की शान और अभिमान है उनके सम्मान के खिलाफ अगर सरकार ने अपनी ओछी मानसिकता को प्रदर्शित करते हुए कार्य किया तो हम सब मिलकर सरकार के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा खोलने के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार के खुद के तानाशाही आदेश होंगे।
बैठक का संचालन अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष राजा खटीक ने एवं सभा के उपरान्त आभार प्रभा पाल ने व्यक्त किया।
उक्त अवसर पर सैयद अली, मोहम्मद शादाब खान, विकास यादव, अयान हाशमी ,हैदर अली ऋषि महाजन सरताज, मनीष रायकवार, अभिषेक कनौजिया, अभिषेक दिक्षित, अमित चक्रवर्ती, अनवर अली आदि उपस्थित रहे।


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