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मुहर्रम सिर्फ गम मनाने का महीना ही नही बल्कि बुराई पर हमेशा अच्छाई की जीत की यादगार भी है :मौलाना आमिल क़ासमी*

कलाम कुरैशी मंडल ब्यूरो चीफ झासी

मुहर्रम सिर्फ गम मनाने का महीना ही नही बल्कि बुराई पर हमेशा अच्छाई की जीत की यादगार भी है :मौलाना आमिल क़ासमी*

 

झांसी 1 मुहर्रम उल हराम को मदरसा व मस्जिद बिसाती बाज़ार में मौलाना आमिल साहब क़ासमी की अध्यक्षता और मौलाना खुर्शीद क़ासमी, मुफ़्ती इमरान नदवी, मुफ़्ती अफ्फान ,हाफिज असअद साहब के मुख्य आथित्य में जमीअत उलमाए हिन्द जिला झाँसी की मुहर्रामुल हराम के मौके पर सम्पन्न हुई |

जिसमें मौलाना आमिल क़ासमी ने कहा कि मुहर्रम शहादत का महीना से मशहूर है जबकि इस्लाम में कोई दिन ऐसा नही जिस दिन शहादत न हुई हो हज़रत हुसैन की शहादत से नाउम्मीद होने की नही बल्कि हिम्मत और हौसला पैदा करने की ज़रूरत है
मुफ़्ती इमरान ने कहा कि हम सबको एकता और अखंडता की ज़रूरत है

मौलाना खुर्शीद ने कहा कि जमीअत विगत 40 बर्षों से मौलाना आमिल के नेतृत्व में बेहतरीन समाज सेवा कर रही है मीटिंग में तय हुआ कि जमीयत मुहर्रामुल हराम में जिला में धार्मिक आयोजन के माध्यम से मुसलमानों में जागरूकता लाएगी ताकि मुसलमान इस्लाम की सही तालीम हासिल करें

बैठक में क़ारी फरीद, हाफिज रियाज़, मौलाना इदरीस, मौलाना एजाज़ ,हाफिज मोहम्मद अली, मौलाना ज़ुबैर, हाफिज शमसुद्दीन,हाफिज राशिद , मौलाना साबिर, और शहर के तमाम इमाम ,और उलामा मौजूद रहे ,
संचालन मुफ़्ती आरिफ नदवी और आभार हाफिज अज़हर ने व्यक्त किया


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