♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

प्रधानमंत्री जी ने बुन्देली भाषा में प्रारम्भ किया। आधुनिक बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण उत्तर प्रदेश व बुन्देलखण्ड के लोगों को बधाई दी

कलाम कुरैशी मंडल ब्यूरो चीफ झासी

प्रधानमंत्री जी ने बुन्देली भाषा में प्रारम्भ किया। आधुनिक बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण उत्तर प्रदेश व बुन्देलखण्ड के लोगों को बधाई दी

 

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज जनपद जालौन की तहसील उरई स्थित ग्राम कैथेरी में 14,800 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 296 किलोमीटर लम्बाई के बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी का स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने चितेरी शैली का बुन्देली गमछा एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया।
ज्ञातव्य है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के 07 जनपदों-चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया, इटावा से होकर गुजरेगा। 296 किलोमीटर लम्बाई का यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप से शुरू होकर जनपद इटावा के कुदरौल के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से मिलेगा। यहीं से यह एक्सप्रेस-वे देश की राजधानी नई दिल्ली से भी जुड़ेगा।
प्रधानमंत्री जी ने मंच पर आने से पूर्व, आयोजन स्थल पर हरीशंकरी (पीपल, बरगद तथा पाकड़) के पौधे रोपे। उन्होंने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के मॉड्यूल, सैण्ड कलाकारों द्वारा बनायी गयी कलाकृतियों तथा उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा सम्बन्धी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
प्रधानमंत्री जी ने लोकार्पण समारोह में अपना सम्बोधन बुन्देली भाषा में प्रारम्भ किया। आधुनिक बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के लिए उत्तर प्रदेश व बुन्देलखण्ड के लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड की गौरवशाली परम्परा को समर्पित है। बुन्देलखण्ड के बेटे-बेटियों के पराक्रम और परिश्रम ने हमेशा देश का नाम रोशन किया है। उत्तर प्रदेश का जनप्रतिनिधि होने के नाते बुन्देलखण्ड की धरती को आज एक्सप्रेस-वे का यह उपहार देते हुए उन्हें विशेष खुशी मिल रही है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के आशीर्वाद से वे 08 साल से देश के प्रधानसेवक का जिम्मा निभा रहे हैं। उन्होंने हमेशा देखा है कि उत्तर प्रदेश की दो कमियां पूरी कर दी जाये, तो उत्तर प्रदेश चुनौतियों को चुनौती देने की ताकत देने के साथ खड़ा हो जायेगा। यह कमियां पहले की सरकारों के समय की खराब कानून-व्यवस्था तथा खराब कनेक्टिविटी की हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश की तस्वीर बदल दी है। मुख्यमंत्री जी की सरकार के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था सुधरी है और कनेक्टिविटी सुधर रही है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि सात दशकों में उत्तर प्रदेश में यातायात के आधुनिक साधनों के लिए हुए काम से ज्यादा काम वर्तमान में हो रहा है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी 03 से 04 घण्टे कम हुई है। इसका लाभ, इससे ज्यादा होगा। यह पूरे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के वाहनों को गति देने के साथ ही, औद्योगिक प्रगति को भी गति देने वाला है। एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ उद्योग स्थापित किये जायेंगे। भण्डारण, कोल्ड स्टोरेज की सुविधाएं बनेंगी। कृषि आधारित उद्योग लगाना आसान होगा। कृषि उपज को नये बाजारों में पहुंचाना आसान होगा। डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर को भी इस एक्सप्रेस-वे से मदद मिलेगी। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, बुन्देलखण्ड क्षेत्र के कोने-कोने को विकास, स्वरोजगार और नये अवसरों से जोड़ने वाला है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि एक समय में माना जाता था कि यातायात के आधुनिक साधनों पर पहला अधिकार मुम्बई, चेन्नई, कोलकाता, बंगलुरु, दिल्ली जैसे बड़े-बड़े शहरों का है। सरकार बदली-मिजाज बदला, अब पुरानी सोच को छोड़कर हम नये तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। वर्ष 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी में जो काम शुरू हुए, उसमें बड़े शहरों के साथ छोटे शहरों को भी उतनी ही प्राथमिकता दी गई। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजर रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, लखनऊ के साथ ही बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से गुजर रहा है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ को जोड़ता है। गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज को जोड़ने का काम करेगा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का हर कोना नये सपनों, नये संकल्पों के साथ दौड़ने को तैयार है। यही ‘सबका साथ, सबका विकास’ है। न कोई पीछे छूटे, सब मिलकर आगे बढ़ें, डबल इंजन की सरकार इसी ओर कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश के छोटे-छोटे जिले हवाई सेवा से जुड़ें, इसके लिए भी तेजी से काम किया जा रहा है। बीते कुछ समय में प्रयागराज, गाजियाबाद में नए एयरपोर्ट टर्मिनल बनाए गए, कुशीनगर में नए एयरपोर्ट के साथ ही नोएडा के जेवर में एक और इण्टरनेशनल एयरपोर्ट पर काम चल रहा है। भविष्य में उत्तर प्रदेश के कई और शहरों को भी हवाई रूट से जोड़ने की कोशिश हो रही है। ऐसी सुविधाओं से पर्यटन उद्योग को भी बहुत बल मिलता है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि यूरोप मंे किले देखने का टूरिज्म उद्योग चलता है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बनने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड के किलों को देखने के लिए शानदार टूरिज्म सर्किट बनाए। दुनिया भर के टूरिस्ट यहां आए और बुन्देलखण्ड की इस ताकत को देखें। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश सरकार से कहंेगे कि ठण्ड के दिनों में किले पर चढ़ने की प्रतिस्पर्धा शुरू की जाए। इसमें भी कठिन से कठिन रास्ते से किले पर चढ़ने की प्रतियोगिता आयोजित की जाए।


व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

[responsive-slider id=1811]

जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Close
Close
Website Design By Success Care Technology +91 77829 40965